British Bharat ka Itihas Kaise Likha Gaya
British Bharat ka Itihas Kaise Likha Gaya - Answer
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ब्रिटिश भारत का इतिहास कैसे लिखा गया?
ब्रिटिश भारत का इतिहास लिखने में विशेष ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण और उलझन भरा भौगोलिक, सामाजिक, और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य था।
ब्रिटिश भारत का इतिहास लिखने में मुख्य रूप से तीन भागों को ध्यान में रखना चाहिए - प्रारंभिक काल, ब्रिटिश राज, और स्वतंत्रता संग्राम।
प्रारंभिक काल (1700-1857):
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 17वीं सदी के अंत में भारत में व्यापार की शुरुआत की, और धीरे-धीरे व्यापार से सरकार की ओर बढ़ गई।
इस समय, ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकार में विभिन्न स्थानों पर अंग्रेजी प्रशासन स्थापित हुआ। इस अवधि में, अंग्रेजी भाषा और संस्कृति का प्रभाव भी दिखा। परंतु, समृद्ध भारतीय संस्कृति और गतिशीलता का महत्व कम नहीं हुआ।
ब्रिटिश राज (1858-1947):
1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद, अंग्रेजी सरकार ने सीधा राज्य संभाला।
यहां पर, वंशवाद और जातिवाद की नीति को बढ़ावा दिया गया और विभिन्न समुदायों के बीच भिन्नता को बढ़वा दिया।
इस अवधि में, अंग्रेजी शिक्षा और साहित्य को बढ़वा दिया गया, लेकिन यह शिक्षा साम्वेदनशीलता की जगह अधिक उचित भारतीय संस्कृति के प्रति उदासीनता को बढ़ा दिया।
स्वतंत्रता संग्राम (1947):
भारतीय जनता ने 20वीं सदी के मध्य में आजादी के लिए संघर्ष किया। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल जैसे नेताओं ने भारत को एकजुट करने और आजादी प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आजादी के बाद, भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र बना और संविधान की दृष्टि से सामाजिक समृद्धि, न्याय, और समानता के प्रति समर्पित हुआ।
ब्रिटिश भारत का इतिहास लिखने में महत्व है कि हम विभिन्न दृष्टिकोण से उसका विचार करें।
अभी तक भारत के लोगों ने ब्रिटिश राज में जितनी गुलामी सही है उससे हमें यही सीख मिलती है की हमें अपने देश में मिलजुल कर रहना चाहिए
किसी तरह का मतभेद एक दूसरे के प्रति नहीं रखना चाहिए ताकि कोई तीसरा इसका लाभ न उठा सके।
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